1.
लगातार दो माह तक गाजर का हलुआ खाने से
स्मरण शक्ति बढ़ती है।
2. 12 ग्राम मक्खन और मिश्री मिला कर एक-दो माह खाने से मस्तिष्क की कमजोरी दूर
होती है।
3. 40 दिन तक सात बादाम, मिश्री, सौंफ प्रत्येक दस ग्राम पीस कर रात को गर्म दूध के साथ लेने से मस्तिष्क की
दुर्बलता दूर होती है।
4. सुबह सात बादाम खाकर ऊपर से सवा सौ ग्राम गाजर का रस, आधा किलो दूध में मिलाकर पीने से याददाश बढ़ती है।
5. आँवले का मुरब्बा खाने से याददाश शक्ति बढ़ जाती है।
6.
एक या दो सेब बिना छीले चबा-चबा कर भोजन
से 15 मिनट पहले खाने से स्मरण-शक्ति बढ़ जाती है।
7. लगातार दो माह तक गाजर का हलुआ खाने से स्मरण-शक्ति बढ़ती है।
8.गेहूँ के पौधे का रस 40 दिन पीने से स्मरणशक्ति बढ़ती है।
9. सौफ को हल्की-हल्की कूट कर ऊपर के छिलके उतार कर छान लें। इस तरह अन्दर की
मींगी निकाल कर एक चम्मच सुबह-शाम दो बार ठण्डे पानी से या गर्म दूध से फँकी लें।
इसके सेवन से स्मरणशक्ति बढ़ती है, मस्तिष्क में शीतलता रहती है।
10. 125 ग्राम धनिया कूट कर 500 ग्राम पानी में उबालें, जब पानी चौथाई भाग रह जाए तो। छानकर 125 ग्राम मिश्री मिलाकर गर्म करें। जब गाढ़ा हो जाए तो उतार लें। यह प्रतिदिन दस
ग्राम चाटें। मस्तिष्क की कमजोरी ठीक होगी।